Iran-America Tension: दुनिया के ताकतवर मुल्कों ईरान-अमेरिका के बीच वर्ल्ड वॉर जैसे हालात हैं, ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी (Qasem Soleimani) की मौत के बाद वहां के लोगों व सेना का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है, अब यूक्रेन प्लेन क्रेश के पीछे भी यही तनाव वजह है.
ईरान की राजधानी तेहरान में यूक्रेन के यात्री विमान के क्रैश होने से 176 लोगों की जान चली गयी है, अब इस प्लेन क्रैश के मामले में एक नया मोड़ आ रहा है जैसा कि कनाडा, अमेरिका व यूके ने शक जताया था कि यह प्लेन क्रैश नहीं बल्कि मार गिराया है, शक सच साबित हुआ है आर यहां तक कि ईरान ने भी इसे ह्यूमन एरर करार देते हुए माफी मांगी है.
तेहरान से प्लेन को निकले कुछ ही मिनट हुए थे कि यह बुरी तरह क्रैश हो गया, इसके बाद से अमेरिका, कनाडा व यूके ने शक जताया कि यह कोई टेक्निकल वजह नहीं बल्कि मार गिराया है और हुआ भी ऐसा ही. ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ (Javad Zarif) ने ट्वीट कर इस बात को कबूला है और सभी देशों से माफी मांगी है.
A sad day. Preliminary conclusions of internal investigation by Armed Forces:
Human error at time of crisis caused by US adventurism led to disaster
Our profound regrets, apologies and condolences to our people, to the families of all victims, and to other affected nations.
💔— Javad Zarif (@JZarif) January 11, 2020
आपको बता दें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सबसे पहले ईरान पर शक जताया कि यूक्रेन यात्री विमान क्रैश (Ukraine Plane Crash) टेक्निकल फॉल्ट से नहीं बल्कि धोखे से मार गिराया है.
कनाडा पीएम जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने भी दावा किया कि इंटेलिजेंस से पता चला है कि ईरान ने प्लेन पर गैर इरादतन हमला कराया जिससे वह क्रैश हो गया और 176 बेकसूर लोग मारे गए हैं. प्लेन में ईरान के 82 नागरिक के अलावा कनाडा के 63, यूक्रेन के 11, स्वीडन के 10, अफगानिस्तान के 4, जर्मनी और ब्रिटेन के 3-3 नागरिक थे.
