World Cup 2019: की शुरुआत 30 मई से होगी. इस बार का वर्ल्ड कप काफी रोमांचक होने वाला है क्योंकि अभी तक किसी भी टीम को इस खिताब का प्रबल दावेदार नहीं बताया जा सका.
इस विश्व कप में हिस्सा ले रही 10 टीमों के पास मौजूदा समय के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी है जो इस समय शानदार फॉर्म में चल रहे है. आईसीसी खुद इस बात को अच्छी तरह से जानती है कि इस बार का विश्व कप पिछले कई सालों के मुकाबला दिलचस्प होने वाला है.
इसी के चलते अब आईसीसी ने वर्ल्ड कप 2019 के अंदाज को बदलने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. दरअसल इस बार का वर्ल्ड कप राउंड रॉबिन और नॉकआउट फॉर्मेंट में खेला जाएगा.
राउंड रॉबिन फॉर्मेट में खेले जाने वाला हर टूर्नामेंट अंत तक काफी रोमांचक रहता है. लीग स्टेज के अंत किसी भी टीम का रास्ता फाइनल तक के लिए साफ नजर हो पाता.
बता दें कि 1975 में विश्व कप की शुरुआत इसी फॉर्मेंट के साथ हुई थी और लगातार छह विश्व कप ऐसे ही खेला गया था.भारतीय टीम ने 1983 में इसी फॉर्मेट के साथ विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था.
3 साल के बाद एक बार फिर से आइसीसी ने इसी फॉमूले पर अपना भरोसा जताया है.
क्या होता है राउंड रॉबिन टूर्नामेंट
विश्व कप के राउंड रॉबिन टूर्नामेंट होने के बाद इस बार सभी टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा. राउंड रॉबिन टूर्नामेंट के तरहत हर टीम को दूसरी टीम के साथ एक मैच खेलना होता है.
यानी की विश्व कप 2019 में हिस्सा ले रही 10 टीमों को एक दूसरे के साथ एक-एक मैच खेलना होगा. इस बार कुल 45 लीग मैच खेले जाएंगे और इसके बाद अंकतालिका की टॉप चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी.
सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टॉप चार टीमों में से पहले स्थान वाली टीम का मैच नंबर चार के साथ जबकि नंबर दो की टीम का मुकाबला नंबर तीन पर रहने वाली टीम के साथ होगा.
इस फॉर्मेट में खेले गए अब तक के विश्व कप
1975 पहला विश्व कप – राउंड रॉबिन और नॉकआउट फॉर्मेट
1979 दूसरा विश्व कप – राउंड रॉबिन और नॉकआउट फॉर्मेट
1983 तीसरा विश्व कप – राउंड रॉबिन और नॉकआउट फॉर्मेट
1987 चौथा विश्व कप – राउंड रॉबिन और नॉकआउट फॉर्मेट
1992 पांचवां विश्व कप – राउंड रॉबिन और नॉकआउट फॉर्मेट
1996 छठा विश्व कप – राउंड रॉबिन और नॉकआउट फॉर्मेट