BCCI banned Prithvi Shaw: जानिए क्यों लगा युवा क्रिकेटर पृथ्वी शॉ पर बैन, सरकार ने फैसले के लिए BCCI को लगाई थी फटकार.
छोटी सी उम्र में तकनीक भरी बल्लेबाजी से सबकी नजरों में स्टार बन चुके पृथ्वी शॉ, डोपिंग नियमों के उल्लंघन के चलते हुए निलंबित. युवा प्रतिभाशाली क्रिकेटर पृथ्वी शॉ की कप्तानी में इंडिया अंडर 19 वर्ल्ड कप भी जीत जा चुका है.
एक तरफ जहां वेस्टइंडीज के खिलाफ के युवा प्लेयर्स को मौका मिल रहा तो दूसरी तरफ सबसे काबिल युवाओं में से एक पृथ्वी इसका फायदा नहीं उठा पा रहे हैं, वजह है वाडा नियम के विपरीत उनकी रिपोर्ट.
15 नवंबर तक उन पर बैन लगा रहेगा, वेस्टइंडीज के साथ साथ वह बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी नहीं खेल पाएंगे. जानिए क्या है WADA नियम, जिसके चलते बाहर हुए पृथ्वी शॉ.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड का कहना है फरवरी में मुश्ताक अली ट्राफी के दौरान पृथ्वी का मूत्र सैंपल लिया गया था, जांच में मालूम होता है कि प्रतिबंधित पदार्थ टरबुटालाइन की मात्रा पाए गए थे.
वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA) के हिसाब से खिलाड़ी को किसी भी तरह की दवा खाने में सावधानी बरतनी चाहिए. टरबुटालाइन का सेवन अधिकतर अस्थमा से जुड़ी बीमारी में होता है, रिपोर्ट की मानें तो पृथ्वी ने यह दवा खांसी के लिए खाई थी.
खेल मंत्रालय की तरफ से भी भारतीय क्रिकेट बोर्ड को खत लिखा गया है, जिसमें लिखा गया है BCCI के एंटी डोपिंग प्रोग्राम में कमियां हैं.वाडा नियमों की धारा 5.2 के अनुसार प्लेयर्स का सैंपल लेने का अधिकार एंटी डोपिंग संगठन के पास है BCCI के पास नहीं.
26 जून को खेल मंत्रालय द्वारा बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी को यह खत लिखा गया था. बहरहाल BCCI ने पृथ्वी शॉ से बैन नहीं हटाया है 8 महीने के बैन का पीरियड नवंबर में कम्पलीट हो रहा है.