ऑस्ट्रलिया दौरे और अगले साल होने वाले वर्ल्ड कप को मद्देनजर रखते हुए अब बीसीसीआई अपने खिलाड़ियों को चोट से बचाने के लिए और तरोताजा रखने के लिए कई अहम कदम उठा रहा है.
बीसीसीआई जानता है कि आने वाला एक साल भारतीय क्रिकेट के लिए कितना अहम साबित होने वाला है. आने वाले एक साल में भारत को ऑस्ट्रलिया दौरा, आईसीसी वर्ल्ड कप के अलावा और भी कई बड़े टूर्नामेंट्स खेलने हैं. ऐसे में जरूरी है कि खिलाड़ी तरोताजा रहें और चोट से बचे रहें.
इसी बात को मद्देनजर रखते हुए बीसीसीआई ने अहम कदम उठाना शुरु कर दिया है. बीसीसीआई ने इसकी शुरुआत तेज गेंदबाज इशांत शर्मा और स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन से की है. दरअसल बीसीसीआई ने इन दोनों खिलाड़ियों पर रणजी ट्रॉफी के तीसरे राउंड में खेलने से मना कर दिया है.
बीसीसीआई ने ये फैसला ऑस्ट्रेलिया दौरे को देखते हुए खिलाड़ियों को तरोताजा रखने के लिए किया है. बता दें कि ये दोनों खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की धरती पर खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज का अहम हिस्सा है.
बीसीसीआई चाहता है कि अहम दौरे से पहले इशांत और आश्विन पूरी तरह फिट और तरोताजा रहें. ऐसे में बीसीसीआई द्वारा उठाया गया ये कदम टीम के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है.
आपको बता दें कि टी-20 सीरीज के बाद भारत छह दिसंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेलेगा. इस टेस्ट सीरीज में कुल मिलाकर 4 मैच खेले जाएंगे. सभी जानते है कि दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में हार के बाद अब भारतीय टीम पर दबाव है.
हर कोई चाहता है कि भारत ऑस्ट्रलिया में बेहतर प्रदर्शन करे. ऐसे में ऑस्ट्रलिया को उसी की धरती पर हराने के लिए खिलाड़ियों का फिट रहना और अच्छा प्रदर्शन करना बेहद जरुरी है.
इशांत और आश्विन से पहले बीसीसीआई ने शमी को लेकर भी एक फैसला सुनाया था. बीसीसीआई ने शमी को अपनी राज्य की टीम की तरफ से रणजी में खेलने की अनुमति दे दी गई है. हालांकि उनके लिए बीसीसीआई की तरफ से ये फरमान है कि वो एक दिन में 15 ओवर से ज्यादा गेंदबाजी नहीं करेंगे.
गौरतलब है भारत 21 नवंबर को तीन मैचों की टी-20 सीरीज के पहले मैच के साथ इस दौरे की शुरुआत करेगा. इसके बाद 6 दिसंबर से एडिलेड में पहला टेस्ट खेला जाएगा. 4 मैचों की टेस्ट सीरीज के बाद भारत तीन मैचों की वनडे सीरीज के साथ इस दौरे को खत्म करेगा.