भारत में खेलों के पसंद करने वाले करोड़ो लोग है, ये बात कई बार साबित भी हो चुकी है. 2011 का क्रिकेट विश्व कप तो आप लोगों को याद ही होगा. इस वर्ल्ड कप के फाइनल के बाद भारतीय दर्शकों ने एक रिकॉर्ड कायम किया था. करोड़ो लोगों ने इस फाइनल को देखा था. लेकिन इस बार जो भारतीय दर्शकों ने किया है, उससे सिर्फ क्रिकेट के खिलाड़ियों को ही नहीं बल्की हर स्पोर्ट्स खेलने वाले खिलाड़ियों के मनोबल को फायदा मिलेगा.
हाल ही में इंडोनेशिया के जकार्ता में खेले गए 18वें एशियन गेम्स को अकेले भारत में 11.2 करोड़ लोगों ने देखा, जो पिछले एशियन गेम्स से काफी ज्यादा है. सबसे खास बात ये रही कि हर दिन इस खेल को औसतन 80 लाख व्यूस मिलते रहे. हालांकि अभी भी एशियन गेम्स व्यूज के मामले में भारत में होने वाले आईपीएल लीग से पीछे है.
बता दें कि टीवी व्यूअरशिप को मेनेज करने वाली एजेंसी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल ने ये आकड़ा सांझा किया है. इसके अलावा एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार ये भी सामने आया है कि इस बार की एशियन गेम्स की व्यूरशिप फीफा वर्ल्ड कप और विंबलडन से भी काफी ज्यादा थी.
इन दोनों खेलों की बात करें तो भारत में फीफा को इस बार 11 करोड़ दर्शक मिले थे, जबकि विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप को 1.9 करोड़ लोगों ने देखा था. इस बार एशियन गेम्स को करीब 5 चैनलों पर प्रसारित किया गया था, जिसका सीधा फायदा इन खेलों की व्यूरशिप पर पड़ा. 5 चैनलों पर प्रसारित होने वाले इन खेलों को देखने के मामले में 2 साल से ज्यादा की उम्र वाले दर्शक शामिल रहे.
जकार्ता एशियन गेम्स ने फीफा और विंबलडन जैसे बड़े खेलों को तो पीछे छोड़ ही, लेकिन साथ ही एक और रिकॉर्ड अपने नाम किया. जकार्ता एशियन गेम्स ने इंचियोन गेम्स को भी पीछे छोड़ा. जकार्ता गेम्स की डेली व्यूअरशिप इंचियोन एशियन गेम्स से तीन गुना ज्यादा रही. जो आने वाले समय में इन खेलों के लिए काफी शानदार होने वाला है.
2014 में खेले गए इंचियोन एशियन गेम्स की कुल व्यूरशिप 4.09 करोड़ की रही थी, जबकि जकार्ता को 11.2 करोड़ दर्शकों का प्यार मिला. बता दें कि इस बार के एशियाड खेलों में जिन खेलों को सबसे ज्यादा देखा गया उनमें एथलेटिक्स, बैडमिंटन और रेसलिंग जैसे खेल शामिल थे. एथलेटिक्स को 3.81 करोड़, बैडमिंटन को 2.92 करोड़ और रेसलिंग को 2.74 करोड़ लोगों ने देखा. गौरतलब है कि इस बार भारत ने एथलेटिक्स में 19 मेडल जीते थे. यही कारण रहा कि इस बार इस खेल को इतना प्यार मिला.