मेष राशि
सूर्य अपनी उच्च राशि मेष मे प्रवेश के चलते, मेष राशि के जातको के लिए कुछ रुके हुए महत्वपूर्ण कार्यो मे सफ़लता मिलते की संभावना बनती, उत्साह एवं मनोबल में वृध्दि रहेगी, धार्मिक अध्यात्मिक ज्ञान मे रुचि बढ़ेगी, साथ में क्रोध में अधिकता एवं अधिक भागदौड़ रहेगी, सूर्य के प्रभाव के चलते पराक्रम पुरुषार्थ से बिगड़े कार्य बनेंगे, प्रेम संबंध मे सकारात्मक परिणाम रहेंगे, पारिवारिक सहयोग मिलेगा, सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी, राजकीय क्षेत्र मे महत्वपूर्ण पद प्रतिष्ठा मे वृद्धि के योग बनेंगे, व्यवसायिक लेनदेन पूर्ण होगी, भूमि भवन संबंधित कार्य बन सकते हैं, वैवाहिक जीवन में संघर्ष के साथ सुखद रहेगा.
उपाय: भगवान सूर्य के साथ हनुमान जी की उपासना करें.
वृष राशि
वृष राशि के जातको के लिए परिस्थितियां मे परिवर्तन होगा, स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती है, जिसके चलते जरूरी कार्य प्रभावित हो सकता है, व्यवसायिक तोर पर अचानक लाभ प्राप्ति के अवसर मिलेंगे, पारिवारिक तोर पर ख़ुशनुमा माहौल रहेगा, प्रेम संबंध में पारिवारिक सहयोग मिलेगा, साथ में अष्टम भाव मे केतु की युक्ती के चलते स्वास्थय प्रभावित होगा, आँखों संबंधित परेशानी के साथ सरकारी क्षेत्रो मे विघ्नों का सामना करना पड़ सकता है, राजकीय षडयंत्र के शिकार हो सकते हैं, वैवाहिक जीवन ख़ुशनुमा रहेगा.
उपाय: शुक्र ग्रह का जाम करें, साथ मे गायत्री मंत्र का जाप करना शुभकारी रहेगा.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातको के लिए 24 अप्रैल राशिस्वामी बुद्ध नीचस्थ संचार के चलते स्वास्थ्य के चलते परेशानी उत्पन्न हो सकती, माता पिता से अनबन रहेगी, पारिवारिक उलझनों के चलते तनाव रहेगा, व्यवसाय में अनिश्चितकालीन रहेगी, आय कम वा अनावश्यक खर्च मे अधिकता रहेगी, अनावश्यक यात्रा रहेगी, क्रोध की अधिकता के चलते बाद विवाद उत्पन्न हो सकते हैं, जिसके चलते मानसिक एवं शारीरिक तनाव रहेगा, नोकरी मे बदलाव होने की संभावना बनेगी, प्रेम संबंध के चलते सामाजिक विरोधाभास का सामना करना पड़ सकता है.
उपाय: हनुमान जी की उपासना करें, सुंदरकांड का पाठ करना सुभकारी रहेगा.
कर्क राशि
कर्क राशि के जातको के लिए स्वास्थय संबंधित मे पीठ, जोड़ों मे दर्द, वा नसों संबंधित परेशानियां उत्पन्न हो सकती है, गुरु की उच्च वा शुभ दृष्टि पड़ने से मिश्रित फल भरी रहेगी, पारिवारिक उलझनों वा निजी कारणों के चलते लाभ मे कमी रहेगी, जरूरी कार्य प्रभावित होंगे, माता-पिता के साथ अनबन रहेगी, नोकरी मे पदोन्नति के साथ स्थान परिवर्तन के योग बनेंगे, व्यपार पे उन्नति वा लाभ के अवसर पैदा होंगे, पारिवारिक जीवन संघर्ष भरा रहेगा, धार्मिक वा शुभ कार्यो में व्यस्तताएं बढ़ेगी.
उपाय: दुर्गा माता की उपासना करना शुभकारी रहेगा.
सिंह राशि
सिंह राशि के जातको के लिए सूर्य भाग्य स्थान मे उच्च राशि मे होने से आय के साधनों मे वृद्धि होगी, स्वास्थय मे सुधार होगा, सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी, राजकीय तोर पर अतरिक्त जिम्मेदारी मिलेगी, कार्य क्षेत्र मे नेतृत्व करने का कार्यभार मिलेगा, अटके कार्य बनेंगे, क्रोध पर नियंत्रण रखें, धैर्य एवं समझदारी से किए गए कार्य मे सफ़लता प्राप्त होगी, वैवाहिक जीवन में संघर्ष की अधिकता रहेगी.
उपाय: सूर्य को नित्य अर्ध्य दें, मंगलवार को बंदरों को केले के फल खिलाएं.
कन्या राशि
राशि स्वामी निचस्थ होने से पारिवारिक उलझनों के चलते तनाव रहेगा, वा मन में निराशा जैसे भाव उत्पन्न होंगे, साथ मे गुरु की भी शत्रु दृष्टि के चलते निकट बंधु जनों से वैचारिक मतभेद रहेंगे, समय पर जीवन साथी का सहयोग नहीं मिलेगा, माता पिता की चिंताएं बढ़ेगी, आय के साधनों मे कमी महसूस करेंगे, अतीत से जुड़े कार्य के चलते निराशा रहेगी, भाग्य का का समान्य फल मिलेगा, धार्मिक अध्यात्मिक कार्य मे रुचि बढ़ेगी, धैर्य एवं समझदारी से कार्य करने की आवश्यकता रहेगी, भूमि भवन लाभ होने के योग बनते हैं, जीवन साथी के साथ विचारो मे भिन्नता के चलते तनाव रहेगा.
उपाय: भगवान शिव की उपासना करनी शुभकारी रहेगी.
तुला राशि
तुला राशि के जातको के लिए शुक्र छठे भाव में वा साथ मे शनि की ढैय्या का प्रभाव के चलते मानसिक एवं शारीरिक तनाव, शरीर कष्ट के साथ स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां के चलते परेशानी कारक योग बनते हैं, साथ मे गुप्त चिंताएं रहेगी, खर्च मे अधिकता के साथ पारिवारिक उलझनें रहेगी, आय के साधनों मे कमी रहेगी, सरकारी कार्य मे बाधा उत्पन्न होगी, अनावश्यक भागदौड रहेगी, व्यवसायिक तोर पर हानि हो सकती, जिसके चलते निराशा उत्पन्न हो सकती, संतान से शुभ समाचार मिलेगे, वैवाहिक जीवन में तनाव रहेगा.
उपाय: शनि स्तोत्र का नित्य पाठ करें.
वृश्चिक राशि
स्वास्थय के प्रति अतरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता रहेगी, धन लाभ मे कमी के साथ घरेलू उलझनों के चलते मानसिक तनाव मे अधिकता रहेगी, लेकिन राशि स्वामी मंगल अपनी उच्च राशि में संचार के चलते उच्च प्रतिष्ठ लोगों के सहयोग से जरूरी कार्य बनेंगे, व्यवसायिक तोर पर उन्नति कारक योग बनते हैं, पराक्रम मे वृद्धि रहेगी, नोकरी के क्षेत्र मे पदोन्नति के साथ अतरिक्त कार्य की जिम्मेदारियाँ बढ़ेगी, कार्य क्षेत्र मे उन्नति के अवसर मिलेंगे, प्रेम संबंध के चलते सावधान रहने की आवश्यकता रहेगी.
उपाय: शनिवार को बहते पानी मे कच्चा नारियल प्रवाहित करें, हनुमान चालीस का पाठ नित्य करना मंगलकारी रहेगा.
धनु राशि
राशि स्वामी गुरु मास आरम्भ से ही अपनी नीच राशि में मकर मे संचार के चलते मानसिक तनाव मे अधिकता रहेगी, साथ मे आर्थिक तोर पर परेशानी का समान करना पड़ सकता है, जिसके चलते एकाग्रता भंग हो सकती है, साथ में राशि मे केतु के संचार वा शनी की साढ़े सत्ती के चलते मन मे अशांति रहेगी, पारिवारिक उलझनें बढ़ेगी, राजकीय क्षेत्र सतर्कता बरतने की आवश्यकता रहेगी, निकट सगे संबंधी से मतभेद उभरेंगे, जरूरी कार्य मे विलंब वा बाधा रहेगी, मांगलिक कार्य मे व्यवधान उत्पन्न हो सकता है, धार्मिक अध्यात्मिक कार्य मे रुचि बढ़ेगी,वैवाहिक जीवन मे संघर्ष की अधिकता रहेगी.
उपाय: महामृत्युंजय जाम नित्य करें.
मकर राशि
मकर राशि के जातको के लिए मासिक फलादेश गुरु नीच राशि मे होने से स्वास्थय संबंधित परेशानी रहेगी, क्रोध मे अधिकता, एवं अनावश्यक भागदौड रहेगी, लेकिन मंगल ग्रह मकर राशि में उच्च होकर संचार करने से सामाजिक एवं राजनीतिक पारिवारिक मान प्रतिष्ठा मे बढोत्तरी रहेगी, धन लाभ के साथ उन्नति के अवसर मिलेंगे, व्यवसायिक तोर पर व्यस्तताएं रहेगी, कोई पुराना अतका हुआ कार्य बनेगा, साथ दांपत्य जीवन मे परेशानी उत्पन्न होगी, प्रेम संबंध के चलते निराशा रहेगी, वैवाहिक जीवन में तनाव रहेगा.
उपाय: महामृत्युंजय जाप नित्य करें.
कुम्भ राशि
द्वादश भाव में मंगल गुरु, शनि की युक्ती के चलते कुम्भ राशि के जातको के लिए धन संबंधित परेशानियां के चलते पेचीदा रूप ले सकती है, जिसके चलते अतरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता रहेगी, निकट बंधु बान्धवों से विवाद, पारिवारिक क्लेश एवं मन उदास रहेगा, व्यवसायिक तोर पर अधिक नुकसान हो सकता है, राजकीय लाभ मिलने के योग बनते हैं, वैवाहिक जीवन में तनावपूर्ण स्थिति रहेगी.
उपाय: शनि स्तोत्र का पाठ करें,शनि चालीस का पाठ नित्य करें.
मीन राशि
राशि स्वामी गुरु अपनी नीच राशि मकर मे संचार के चलते मानसिक तनाव मे अधिकता रहेगी, निकट बंधु, मित्रो से से वैचारिक मतभेद रहेंगे, जीवन साथी के साथ मनमुटाव रहेगा, क्रोध की अधिकता के चलते वाद विवाद उभरेंगे, साथ मे बन बनाया कार्य बिगड़ सकता है, घरेलू उलझनें बढ़ेगी, मन में अशांति रहेगी, हर क्षेत्र में संघर्ष की अधिकता रहेगी.
उपाय: ब्राह्मणों को भोजन कराएं.