Uttarakhand Former CM Harish Rawat in trouble: पूर्व CM हरीश रावत को झटका, नैनीताल हाईकोर्ट ने CBI को दी FIR दर्ज करने की इजाजत.
विधायकों का सौदा फरोख्त का मामला अभी शांत होने का नाम नहीं ले रहा है, नैनीताल हाईकोर्ट (Nainital High Court) ने सीबीआई को उत्तराखंड के पूर्व सीएम रह चुके हरीश रावत (Harish Rawat) के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज करने की इजाजत दे दी है.
जिससे 71 साल के दिग्गज कांग्रेस नेता की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. यूं तो देश के बड़े नामी वकील व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal), हरीश रावत की आज नैनीताल हाईकोर्ट में पैरवी करने पहुंचे थे लेकिन मामला उलझता हुआ ही नजर आ रहा है.
दूसरी तरफ सरकार व CBI की ओर से असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल राकेश थपलियाल (Rakesh Thapliyal) ने पैरवी का मोर्चा संभाला, सीबीआई ने प्रारंभिक जांच की सीलबंद रिपोर्ट कोर्ट में पेश की.
दिग्गज कांग्रेस नेता व अधिवक्ता सिब्बल ने राष्ट्रपति शासन के दौरान राज्यपाल द्वारा दिए फैसले को असंवैधानिक बताया, SC के आदेश पर बहाल हुई हरीश रावत की ही कैबिनेट ने इस मामले की जांच एसआईटी से करने का फैसला लिया था.
जिस पर राकेश थपलियाल ने जवाब दिया कि जिस व्यक्ति पर केस है उसको ही खुद के खिलाफ कौन सी एजेंसी जांच करे, यह तय करने का अधिकार नहीं हो सकता.
सिब्बल ने फैसले को एक साजिश बताया, उन्होंने कहा रविवार को CD की प्रामाणिकता को लेकर चंडीगढ़ लैब से रिपोर्ट आना इस बात का प्रमाण है. उन्होंने मंत्री हरक सिंह रावत व स्टिंग करने वाले उमेश शर्मा के बीच हुई बातों का विवरण भी कोर्ट के सामने पेश किया.