Uddhav Thackeray Cabinet: महाराष्ट्र की राजनीति दिन प्रतिदिन दिलचस्प होती जा रही है, शरद पवार के अनुभव ने शिवसेना को कमान का हक़दार बना डाला तो शिवसेना ने भी अजित पवार को उपमुख्यमंत्री की गद्दी सौंप डाली.
अक्टूबर में चुनाव व चुनाव परिणामों के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया था, अजित पवार ने रातों रात किसी को बिना खबर लगे बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना दी थी, जिसके बाद पुनः देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को सीएम का पद मिला तो NCP के अजित पवार को डिप्टी सीएम की कमान सौंपी गयी.
भले ही देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी के बड़े नेताओं ने बधाई दी लेकिन विपक्ष ने छल का आरोप लगाया, धोके से बनाई सरकार का टैग लगना शुरू हो गया था. 23 नवंबर को इस राजनीतिक समीकरण के बाद शिवसेना बीजेपी के खिलाफ हो बैठी, व 28 नवंबर को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार (MVA) का गठन किया गया.
महा विकास आघाड़ी सरकार के मंत्रिपरिषद की ओर रुख करें तो 26 विधायक कैबिनेट में बैठने जा रहे हैं, स्टार नेता व सीएम के बड़े बेटे आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) सहित 6 अन्य शिवसेना के विधायक कैबिनेट में बैठेंगे. युवा नेता आदित्य ठाकरे शपथ भी ले चुके हैं. कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना के गठबंधन से महाराष्ट्र की विकास दर पर क्या प्रभाव पड़ता है, देखना होगा.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद सौंपा गया है, उनपर धोखे का आरोप लगा चुके एनसीपी के दिग्गज नेता नवाब मालिक को भी कैबिनेट में शामिल किया गया है.
