Vaccine Controversy: देश में महामारी से निपटने के लिए टीकाकरण शुरू होने वाला है लेकिन इसका भी राजनीतिकरण होने से नहीं रहा. समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव के बयान ने हर किसी को सकते में डाल दिया जबकि अन्य विपक्षियों ने अखिलेश से हटकर बात कही.
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं व समर्थकों ने तो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को खरी खोटी सुनाई ही साथ ही उन्हें बीजेपी के कट्टर विरोधियों का भी सामना करना पड़ा, यहां तक कि मुलायम सिंह यादव की छोटी बहु या कहें अखिलेश यादव के छोटे भाई प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव (Aparna Yadav) ने भी इस बयान को गलत करार दिया.
अखिलेश यादव को लोगों ने नसीहत दी कि तमाम वैज्ञानिकों व डॉक्टरों की मेहनत की प्रशंसा करने की बजाय वैक्सीन को किसी एक पार्टी मात्र का बताना और इसपर राजनीति करना व लोगों को भ्रमित करना उचित नहीं है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अखिलेश के बयान पर कहा कि वह चुपचाप वैक्सीन लगवा भी लेंगे लेकिन लोगों को भ्रमित करते रहेंगे.
संजय राउत (Sanjay Raut) ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि ‘अखिलेश यादव सुपरह्यूमैन हैं उन्हें वैक्सीन की क्या जरुरत है’, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा ‘मैं वैक्सीन खुशी से लगवाऊंगा, वैक्सीन का संबंध किसी पार्टी से नहीं है’. बहुजन समाज पार्टी चीफ मायावती (Mayawati) ने वैक्सीन का भारत आगमन में स्वागत किया और सराहना की.
इसी तरह तमाम नेताओं ने वैक्सीन को लेकर इस तरह के बयान को नजरअंदाज किया, अभी तक पप्पू यादव ही हैं जो अखिलेश यादव की तरह बयान देते हुए नजर आए, वह बोले उन्हें वैक्सीन की जरूरत नहीं.
