Bihar Election 2020: प्लूरल्स पार्टी चीफ पुष्पम प्रिया चौधरी पहली बार चुनावी मैदान पर उतरी हैं लेकिन जिस तरह का आत्मविश्वास उनमें देखने को मिल रहा है उससे ऐसा लग रहा है, बिहार की सीएम तो बस 10 नंवबर के बाद वो ही हैं लेकिन यह सिर्फ कहने में आसान है.
तेजस्वी यादव, 10 लाख नौकरियों का वादा कर बिहार की जनता को कितना प्रभावित करने में सफल रहे हैं, उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बिहार की जनता भारी संख्या में उनका भाषण सुनने आ रही है, साथ ही चिराग पासवान का भी जलवा बराबर देखने को मिल रहा है, पुष्पम प्रिया (Pushpam Priya Chauhary) खुद को चाहे कितना ही सीएम रेस में समझे लेकिन बिहार की जनता को देखकर लगता है वे अपनी पुरानी पार्टियों के साथ जाना पसंद करेंगे.
युवा मशहूर चेहरे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) व चिराग पासवान (Chirag Paswan) की तरफ तंज कसते हुए पुष्पम प्रिया चौधरी कहती हैं, राजनीति करें अच्छी बात है लेकिन, अपने बलबूते करें, अपनी पढ़ाई लिखाई कम्पलीट पहले करें, जमीनी स्तर से उठकर आगे पहुंचे, संघर्ष करें और पढ़ लिख कर नीतियों को सीखें. भाषण देने से राज्य कैसे चलेगा, दोनों सिर्फ बकैती कर रहे हैं.
किसी खास परिवार से ताल्लुक रखते है और बन गए मुख्यमंत्री उम्मीदवार, पुष्पम प्रिया ने न सिर्फ दोनों युवा नेताओं को बल्कि आखिरी चुनाव का इमोशनल कार्ड खेलने वाले नीतीश कुमार को भी आड़े हाथों लिया, उनका कहना है बिहार की जनता ने नीतीश कुमार को तीन मौके दिए लेकिन बिहार की जनता के हाथ निराशा लगी. इस बार नीतीश कुमार को सम्मान से विदाई ले लेनी थी.
वह चाहती हैं बिहार को लालूप्रसाद और नीतीश कुमार से मुक्ति मिले, पढ़े लिखे उम्मीदवारों को टिकट देने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी बिहार का ट्रांसफॉर्मेशन चाहती हैं, लंदन रिटर्न पुष्पम बिहार की राजनीति में बड़ा नाम साबित होने का दमखम रखता है.