Bihar Election 2020: स्वर्गीय रामविलास पासवान के देहांत के बाद लोक जनशक्ति पार्टी की कमान उनके बेटे चिराग पासवान के कंधों पर है. छोटी पार्टी को सत्ता में लाने के लिए चिराग, बिहार की जनता को इम्प्रेस करने की भरपूर कोशिश मीन जुटे हैं, साथ ही बीजेपी के साथ भी संबंधों को बैलेंस में ला रहे रहे हैं.
चिराग पासवान (Chirag Paswan), भारतीय जनता पार्टी की तरफ तो पूरी तरह नजर आ रहे हैं लेकिन NDA की दूसरी पार्टी को दरकिनार करते हुए नजर आ रहे हैं. जी हां नीतीश कुमार के जिक्र से वह बचने की कोशिश कर रहे हैं. मीडिया से बात करते हुए वह कहते हैं उन्हें पीएम मोदी की तस्वीर की जरूरत नहीं बल्कि मोदी तो उनके दिल में बसते हैं.
भाजपा समर्थन के बारे में बात करते हुए कहते हैं कि वह पहले भी भाजपा के साथ में थे, अब भी हैं, और आगे भी रहेंगे. उनका दावा है कि आने वाली 10 नवंबर के बाद लोक जनशक्ति व भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही हैं. देखा जाए तो वह NDA के जेडीयू हिस्से को नजरअंदाज कर रहे हैं जबकि भाजपा के साथ बने रहना चाहते हैं, यह पेचीदा है लेकिन देखना होगा बीजेपी इसी तरह खुलकर उनका समर्थन करती है या नहीं.
वहीं डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने चिराग पासवान की पार्टी पर प्रहार किया है, उन्होंने भविष्यवाणी कर डाली है कि एलजेपी, प्रदेश में एक भी सीट पर कब्जा नहीं कर पाएगी , सिर्फ वोट कटवाई का काम करेगी. पार्टी बनाने को लेकर चिराग पासवान के ओवर कॉन्फिडेंस पर सुशील मोदी ने हमला बोला.
अब देखना दिलचस्प होगा बीजेपी किस तरह एलजेपी व जेडीयू के बीच की कोल्ड वॉर को सुलझाती है, सुशील मोदी ने खुलासा किया कि गृहमंत्री से बातचीत में चिराग की किरकिरी हुई है, वह जिनती सीटों की मांग कर रहे थे उससे कई कम पर उन्हें अनुमति दी गई है.