Asaduddin Owaisi: हाल ही में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने देश की 80 करोड़ गरीब जनता का ध्यान रखते हुए कहा कि जुलाई से त्योहारों का सीजन शुरू होने वाला है, सभी का खर्चा बढ़ जाएगा, कोरोना के इस महासंकट में लोगों के पास रोजगार नहीं है, ऐसे में नवंबर तक मुफ्त भोजन पहुंचाना जारी रहेगा.
इस संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने तमाम त्योहारों का नाम लेते हुए जिक्र किया कि बहुत जुलाई के पहले हफ्ते से सावन शुरू हो रहे हैं. इसके बाद दीपावली और छठ पूजा तक त्यौहार ही त्यौहार हैं, इसी वजह से देश की 80 करोड़ आबादी के लिए मुफ्त भोजन की व्यवस्था जारी रखी गई है.
पीएम मोदी के इस छोटे संबोधन में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना पर खास फोकस किया गया था. प्रधानमंत्री ने इस राशन किट में 1 किलो चने का जिक्र भी किया तो विपक्ष उन्हें ट्रोल करने लगा. नवंबर तक चल रहे मुफ्त भोजन की इस मुहीम में 90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत आ रही है, लॉकडाउन के पिछले 3 महीने को मिलाकर कहें तो इस योजना में डेढ़ लाख करोड़ की लागत लगने जा रही है.
बात करते हैं असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की आखिर वह क्यों पीएम मोदी से फिर एक बार नाराज नजर आए, वैसे यह कोई नई बात नहीं है. इस बार ओवैसी कहते हैं कि भारत-चीन तनाव पर पीएम कुछ बोल नहीं रहे हैं, चीन की बात करनी थी लेकिन चना बोल के चले गए, तंज कसते हुए बोले कि चना भी जरुरी था क्योंकि बिना बताए अचानक लॉकडाउन करके सभी को मरने के लिए छोड़ दिया था.
इसके बाद उन्होंने बकरी ईद का जिक्र करते हुए पीएम मोदी को याद दिलाया कि आने वाले सभी त्योहारों का नाम लिया गया लेकिन बकरी ईद का जिक्र नहीं किया, खैर पेशगी ईद मुबारक.