Delhi CM Arvind Kejriwal is accused of selling ticket: लोकसभा चुनाव 2019 के 5 चरण पूरे हो चुके हैं, छठे चरण के मतदान कल दिनांक 12 मई को होने हैं, दिल्ली लोकसभा सीटों पर भी कल चुनाव होंगे लेकिन एक दिन पहले के खुलासे ने सबको हैरान कर दिया.
यह खुलासा किसी और ने नहीं बल्कि पश्चिम दिल्ली के प्रत्याशी बलबीर सिंह जाखड़ के बेटे उदय जाखड़ ने खुद किया है. कल 12 मई को इस लोकसभा सीट के लिए मतदान होने हैं लेकिन इस आरोप ने पूरी दिल्ली व देश को हिला के रख दिया.
उदय का दावा है कि उसके पिता ने अपने राजनैतिक फायदे के लिए बेटे उदय की शिक्षा के बारे में तक नहीं सोचा, उनका कहना है महज तीन महीने पहले ही पिता बलबीर ने पॉलिटिक्स ज्वाइन की है.
दूसरी तरफ बलबीर सिंह जाखड़ ने आरोप को निराधार बताया, वह कहते हैं कि उन्होंने कभी अपने बेटे को ऐसी कोई बात नहीं बताई, यहाँ तक कि वह बात भी बहुत कम करते हैं, उदय अपने नाना-नानी के घर रहता है, शादी के कुछ महीनों बाद ही उनका तलक हुआ था.
कल रविवार, 12 मई दिल्ली की सातों सीटों पर वोटिंग होनी है, और निश्चित तौर पर इस खुलासे से कई समीकरण बदलते हुए देखे जा सकते हैं. आरोप लगाते हुए उदय जाखड़ ने आपबीती सुनाई कि उनको पढाई के लिए पैसा न देकर, अरविन्द केजरीवाल से पिता बलबीर ने टिकट खरीद लिया.
#WATCH Aam Aadmi Party's West Delhi candidate, Balbir Singh Jakhar's son Uday Jakhar: My father joined politics about 3 months ago, he had paid Arvind Kejriwal Rs 6 crore for a ticket, I have credible evidence that he had paid for this ticket. pic.twitter.com/grlxoDEFVk
— ANI (@ANI) May 11, 2019
Balbir Singh Jakhar, AAP candidate from West Delhi: He stays at his maternal parents' home from the time of his birth and I divorced my wife in 2009. She stayed with me for only 6-7 months. His custody was granted to my wife after the divorce. https://t.co/hHbhXq0Gxr
— ANI (@ANI) May 11, 2019
अब इस बात में कितनी सच्चाई है, इसकी तो जाँच होनी चाहिए लेकिन उदय ने खुद के पास पुख्ता सबूत होने की बात कही, उन्होंने कहा मुझे नहीं मालूम इसके बाद क्या होने वाला है लेकिन दिल्ली के जनता को बताना चाहूँगा कि सही उम्मीद्वार चुनें.
बीजेपी-कांग्रेस को लुटेरों की पार्टी कहने वाले अरविन्द केजरीवाल आज एक बड़े जाल में फसते हुए नजर आ रहे हैं. अगर इस बाद में वाकई सच्चाई है तो, दिल्ली वालों के साथ यह बड़ा विश्वासघात है.