Shantabai Pawar: लॉकडाउन के बाद जहां लोगों के लिए पेट का फैट घटाना चैलेंजिंग होता जा रहा है तो दूसरी तरफ मिलिंद सोमन की मां उषा सोमन व 85 वर्षीय शांताबाई पवार जैसे उम्रदराज महिलाएं यह साबित कर रही हैं कि जो दिल से हार मान लेता है वो ही बूढा होता है वरना ‘ऐज इज जस्ट अ नंबर’.
फिजिकल एक्टिविटीज न सिर्फ आपको निरोग करती है बल्कि आजकल तेजी से फ़ैल रहे कोरोनावायरस से लड़ने के लिए जो सबसे जरुरी चीज है इम्युनिटी, को गेन करने के लिए भी व्यायाम, योग, रनिंग या किसी भी तरह की कसरत फायदेमंद है. जो लोग जल्द ही हिम्मत हार जाते हैं या फिर 2 दिन इसकी शुरुवात करके भूल जाते हैं उनके लिए 85 वर्षीय महिला शांताबाई पवार (Shantabai Pawar) एक मिशल हैं.
महाराष्ट्र के पुणे की गलियों में 2 छड़ियों से जिस तरह के करतब शांताबाई पवार दिखा रही हैं, हर कोई अपना काम धाम छोड़कर उन्हें देखना लग जा रहा है. सोशल मीडिया पर लाठी काठी दादी के नाम से उनका विडियो बहुत वायरल किया जा रहा है, उन्हें आर्थिक मदद करने वालों की भी लिस्ट लंबी हो चुकी है. सोनू सूद जो पूरे कोरोना काल में भगवान का अवतार बनकर उभरे हैं उन्होंने भी मदद के हाथ बढ़ाए हैं साथ ही रितेश देशमुख भी दादी के लिए आगे आए हैं.
कोरोनाकाम में प्रवासियों के लिए मसीहा बन चुके बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने ट्विटर पर ऐलान किया है कि वह दादी के साथ मिलकर ट्रेनिंग स्कूल खोलेंगे. कोरोना लॉकडाउन के चलते बड़े परिवार की तंग हालात देखी नहीं गई तो दादी ने लट्ठबाजी दिखाकर पैसे अर्जित करने शुरू कर दिए, पुणे की रहने वाली दादी का कहना है, उनके पिता ने यह हुनर सिखाया था, 8 साल की उम्र से वह इस काम में निपुण हैं.
चारों तरफ दादी की फुर्ती व जज्बे की जमकर तारीफ हो रही है, उन्होंने मीडिया को बताया कि विडियो वायरल होने के बाद अच्छी खासी आर्थिक मदद उनको मिली है और परिवार वाले खुश हैं.