Farmers’ Protest: संत बाबा राम सिंह जी नानकसर सिंघरा वाले ने अपनी जीवन लीला को समाप्त करना बेहतर समझा क्योंकि उन्होंने देखा कि सरकार और किसानों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है और 20 दिन के आंदोलन के बाद भी किसी नतीजे तक नहीं पहुंचा जा सका है.
कुंडली बॉर्डर पर किसानों की हालत देखकर सिख संत राम सिंह जी महाराज बेहद दुखी थे, यह उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा है. पंजाबी भाषा में लिखा उनका सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, विपक्ष भी इसे सरकार की क्रूरता बता रहा है.
पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री व भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सहयोगी सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) ने मोदी सरकार को चेतावनी दे डाली है कि संत राम सिंह जी नानकसर सिंघरा वाले का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे. वहीं इस आत्महत्या पर विपक्ष ने भी मोदी सरकार पर करारा प्रहार किया है, राहुल गांधी ने फिर एक बार ट्विटर का सहारा लेते हुए मोदी सरकार को खूब खरी खोटी सुनाई है.
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अपने ट्विटर पोस्ट में लिखते हैं ‘कई किसान अपने जीवन की आहुति दे चुके हैं, मोदी सरकार की क्रूरता हर हद पार चुकी है’. दिल्ली मुख्यमंत्री केजरीवाल ने लिखा है ‘हमारे किसान अपना हक ही तो मांग रहे हैं, सरकार को किसानों की आवाज सुननी चाहिए और तीनों काले कानून वापस ले लेने चाहिए’.
Anguished to hear that Sant Baba Ram Singh ji Nanaksar Singhra wale shot himself at Singhu border in Kisan Dharna, looking at farmers' suffering. Sant ji's sacrifice won't be allowed to go in vain. I urge GOI not to let situation deteriorate any further & repeal the 3 agri laws. pic.twitter.com/2ct4prkcoJ
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) December 16, 2020
करनाल के संत बाबा राम सिंह जी ने कुंडली बॉर्डर पर किसानों की दुर्दशा देखकर आत्महत्या कर ली। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएँ और श्रद्धांजलि।
कई किसान अपने जीवन की आहुति दे चुके हैं। मोदी सरकार की क्रूरता हर हद पार कर चुकी है।
ज़िद छोड़ो और तुरंत कृषि विरोधी क़ानून वापस लो! pic.twitter.com/rolS2DWNr1
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2020
संत बाबा राम सिंह जी की आत्महत्या की ख़बर बेहद पीड़ादाई है। इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं।
हमारा किसान अपना हक़ ही तो मांग रहा है, सरकार को किसानों की आवाज़ सुननी चाहिए और तीनो काले कानून वापस लेने चाहिए। pic.twitter.com/TWFpi47vCW
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 16, 2020
Even as GOI remains stubborn & refuses to be moved by suffering of #farmers, Baba Ram Singh ji Singhra wale has committed suicide after being unable to see the suffering around him at Kundli border. Hope GOI wakes up to the tragedy & repeals the 3 agri laws before it's too late. pic.twitter.com/z0Ruv8VCYa
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) December 16, 2020
कुंडली बार्डर पर किसानों के लिए संघर्षरत करनाल के संत राम सिंह की आत्महत्या बेहद दुखद है। विनम्र श्रद्धांजलि!
मोदी जी, शीतलहर के बीच किसानों की भावनाओं से खिलवाड़ को तत्काल छोड़िए।
ये राजहठ आत्मघाती है क्योंकि ये देश की आत्मा-अन्नदाता की जान का दुश्मन बन बैठा है।#किसान_आंदोलन pic.twitter.com/DnD9zxuvWx
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) December 16, 2020
पीएम मोदी व उनके मंत्रियों के संबोधनों से साफ जाहिर होता है कि किसानों की मांग सुनना मुश्किल ही है, वे लगातार विपक्ष पर हमला कर रहे हैं और किसानों को गुमराह करने का आरोप लगा रहे हैं, मोदी मंत्री लगातार नए कृषि कानूनों के समर्थन में पोस्ट कर रहे हैं, ताजे उदाहरण के पेश कर देश की जनता को समझाने की कोशिश की जा रही है.
अब @narendramodi सरकार के नए कृषि कानूनों ने किसान को अपनी फसल कहीं भी बेचने की आज़ादी दे दी है। बिहार का ये किसान जिसे स्थानीय मंडी में मिल रहे दाम से निराश हो कर अपनी फसल नष्ट करने पर मजबूर होना पड़ा था, अब स्थानीय दाम से दस गुना अधिक दाम पर दिल्ली में अपनी फसल बेच पाया है। pic.twitter.com/PdF28aRsYt
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) December 16, 2020
