Javed Akhtar Trolled for supporting Tahir Hussain: आम आदमी पार्टी पार्षद के ताहिर हुसैन सवालों के घेरे में हैं जबकि सिनेमा के दिग्गज जावेद अख्तर उनकी सफाई में कुछ कहते हुए नजर आए, यूजर्स को इस बात से ज्यादा नाराजगी आईबी ऑफिसर अंकित शर्मा के बारे में खामोश रहने से है.
ऐसे ही यूजर्स ने उन्हें याद दिलाई कि वारिस पठान के खिलाफ FIR दर्ज होती है तो जावेद अंकल याद दिलाते हैं कि अनुराग ठाकुर, कपिल मिश्रा, प्रवेश वर्मा जैसे व्यक्तियों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज हो लेकिन जब दिल्ली हाईकोर्ट कपिल मिश्रा के बयान को कोर्ट में चलाती है और रिपोर्ट दर्ज करने को दिल्ली पुलिस को कहती है तो जावेद अख्तर वारिस पठान की याद नहीं दिलाते हैं.
उन्हें सोशल मीडिया यूजर्स दोगला बताते हुए ट्रोल कर रहे हैं, 75 वर्षीय गीतकार व लेखक जावेद अख्तर ट्विटर पर बहुत एक्टिव रहते हैं. अक्सर वह देश में चल रहे गर्म मुद्दों पर अपनी राय देते हुए नजर आते हैं, इस बार उन्होंने बेहद गंभीर मामले में बोलकर ट्रोलर्स को आमंत्रित किया और पड़ी लकड़ी मोल लेली.
जिस इंसान पर दिल्ली के करावल मगर में हिंसा भड़काने का आरोप लगा हो, धारा 302 के तहत FIR दर्ज की गयी हो, उस शख्स के सपोर्ट में सवाल करने वाले जावेद अख्तर बुरी तरह फंस गए. उन्होंने दिल्ली हिंसा का नुकसान गिनाते हुए कहा कि इतना सब कुछ हुआ लेकिन पुलिस ने सिर्फ एक घर सीज किया है और उसके मालिक को तलाश रही है.
So many killed , so many injured , so many house burned , so many shops looted so many people turned destitutes but police has sealed only one house and looking for his owner . Incidentally his name is Tahir . Hats off to the consistency of the Delhi police .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) February 27, 2020
इस ट्वीट ने यूजर्स के कान खड़े कर दिए, हालांकि बाद में माहौल बिगड़ता देख उन्होंने सफाई भी दी और कहा कि उन्हें गलत समझा गया है, उन्होंने कहा कि उनका मतलब था सिर्फ ताहिर र्क्यों जबकि लोग समझ रहे हैं वह ताहिर का बचाव कर रहे हैं.
https://twitter.com/indiantweeter/status/1233026830094884864