Jasleen Kaur & Sarvjeet Singh Case: एक भद्दे आरोप का टैग लेकर जो इंसान पिछले 4 सालों से हर दिन घुट घुट के जी रहा था आखिरकार उसे न्यायपालिका से इंसाफ मिला. लड़कियों पर हो रहे अत्याचार ने सभी को फैसले लेने में इतना फास्ट फॉरवर्ड कर दिया कि वह किसी केस के तह तक जाना ही नहीं चाहते.
ऐसा ही कुछ हुआ निर्दोष सर्वजीत सिंह बेदी (Sarvjeet Singh Bedi) के साथ, एक ट्रैफिक सिग्नल पर उनकी बहस DU की पूर्व छात्रा जसलीन कौर (Jasleen Kaur) से हुई तो जसलीन ने इस घटना का पूरा रुख ही बदल डाला. लड़कियों के लिए बने लॉज (Laws) का ऐसा इस्तेमाल किया कि सर्वजीत को देश की जनता दिल्ली का दरिंदा कहकर पुकारने लगी.
यहां तक कि देश के बड़े राजनेताओं और सेलिब्रिटीज ने जसलीन को उनकी फेक बहादुरी के लिए सम्मानित भी किया. दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने न सिर्फ एक तरफा महिला पक्ष लेते हुए ट्विटर पर जसलीन की तारीफ की बल्कि अपनी पार्टी आप (AAP) के सदस्य के तौर पर पहचान दे डाली.

घटना के ताजे दिनों में ही सर्वजीत ने खुद को निर्दोष बताया, कई हद तक इस बात को साबित भी किया लेकिन जसलीन कौर इस कहानी में हार्डकोर विलेन की तरह अटकी रही. बदले में सर्वजीत को नौकरी से निकाला गया, लोग उन्हें शक भरी निगाहों से देखने लगे, लेकिन उनकी हिम्मत को आज सभी सलाम कर रहे हैं, वह कभी पीछे नहीं हटे.
सोशल मीडिया पर उन्होंने एक थैंक्स नोट भी पोस्ट किया है. वहीं जसलीन कौर जैसे महिलाओं को सोशल मीडिया पर नसीहत दी जा रही है कि कानून का दुरूपयोग न करें. 4 साल की मानसिक, व्यवहारिक, और हर तरह की यातनाओं के लिए जसलीन को गिरफ्तार करने की मांग भी की जा रही है.
सोशल मीडिया पर इस तरह उठ रही है आवाज:
Cancel #JasleenKaur passport, lock her up and let her face the law for destroying the life of innocent #SarvjeetSingh. Where are u @AamAadmiParty @ArvindKejriwal ?? pic.twitter.com/EUOE5lFkTg
— Suraj Hebbar||ಸೂರಜ್ ಹೆಬ್ಬರ್ 🇮🇳 (@hebbarsuraj) October 26, 2019
It could have been any of us boys. Be careful. #SarvjeetSingh is a victim and an eye-opener to all of us. Don't indulge in any discussions with any unknown women.
They may frame any charge… Some bad women out, are making life worse for others too.#JasleenKaur
— Poornesh Yalamuri (@PoorneshYhp) October 26, 2019
Minute of silence for all "male feminists" who supported #JasleenKaur
— Ahmed Shariff 🇮🇳 (@TheAhmedShariff) October 26, 2019
Arrest #JasleenKaur
No woman has the right to falsely implicate innocent men to settle their personal scores…..
RT if you agree !! pic.twitter.com/rSTQYsEx6n
— Barkha Trehan 🇮🇳 / बरखा त्रेहन (@barkhatrehan16) October 26, 2019
https://twitter.com/2_perfectionist/status/1187829839115350016