साल 2019 का आज दिनांक 21 जनवरी को पहला चंद्र ग्रहण है, सामान्य भाषा में कहें तो आज के दिन चंद्रमा 15 प्रतिशत बड़ा और 30 प्रतिशत अधिक चमकदार दिखाई देगा.
साल में दो बार चंद्र ग्रहण पड़ेगा, आज पहला है लेकिन भारतवासियों को इसके दीदार नहीं हो पाएंगे लेकिन इसका प्रभाव सभी देशों में देखे जा सकते हैं.
साल का पहला चंद्र ग्रहण सुबह 10.13 बजे शुरू होगा और दोपहर 11.15 बजे तक रहेगा, एक घंटे 2 मिनट तक रहने वाले इस चंद्र ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकता है.
इसे सुपर ब्लड मून भी कहा जाता है. अफ्रीका, यूरोप, उत्तरी-दक्षिणी अमेरिका व मध्य प्रशांत के देशों में यह नजारा दिख सकेगा. पूर्ण चंद्र या वोल्फ मून में ग्रहण होने की वजह से वैज्ञानिक इसे सुपर ब्लड वुल्फ मून कहते हैं.
सुपर ब्लड मून कहने के पीछे वजह इसका लाल रंग है, ग्रहण में सूर्य की रोशनी पृथ्वी से होकर चंद्र पर पहुचती है अतः इसका रंग लाल हो जाता है.
भारत में चंद्र ग्रहण के क्या प्रभाव माने जाते हैं?
भारतवासी इस दिन अपने पंडितों की राय लेते हैं कि क्या उन्हें इस दिन करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, अपने लिए शुभ बनाने के लिए पंडितों की राय मायने रखती है.
तुलसी और नीम के पत्तों को इस दिन के लिए शुभ मन गया है अतः अपने कमरे में या जहाँ आप रह रहे हैं वहां तुलसी नीम के पत्तों को रख लीजिए.
असल में ग्रहण को किसी शुभ कार्य के लिए बुरा माना जाता है जिस वजह से पंडित सलाह देते हैं कि बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग व रोगी इस दौरान बाहर न निकलें.
पंडितों का मानना है चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण करीब 9 घंटे पहले ही शुरू हो जाता है.
भारत के लोग अन्य देशों से जारी विडियो व फोटोज को देख सकते हैं: