पुलवामा अटैक के बाद भारत सरकार एक्शन में आ गई है. मोदी सरकार ने कश्मीर के 5 अलगाववादी नेताओं से सुरक्षा समेत अन्य सरकारी सुविधाएं वापस ले ली हैैं.
जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार अब बड़े फैसले लेने के मूड में नजर आ रही है. मोदी सरकार ने आज एक बड़ा फैसला लेते हुए कश्मीर के 5 अलगाववादी नेताओं से सुरक्षा समेत अन्य सरकारी सुविधाएं वापस ले ली हैैं.
सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर प्रशासन को आदेश जारी कर दिए गए हैं. 5 अलगाववादी नेताओं में मीरवाइज उमर फारूक, अब्दुल गनी बट, बिलाल लोन, हाशिम कुरैशी, शाबिर शाह शामिल हैं.
हालांकि जम्मू-कश्मीर प्रशासन के इस आदेश में पाकिस्तान परस्त और अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का नाम नहीं है. गिलानी का नाम इस लिस्ट में ना होने से भी काफी बवाल होता हुआ दिख रहा है.
आज शाम से इन नेताओं को दी गई सुरक्षा, सरकारी सुविधाएं वापस ले ली जाएंगी. इसका सीधा मतलब ये हुआ कि अब किसी भी अलगाववाद नेता को सरकारी खर्चे पर किसी तरह की सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जाएगी.
J&K Govt: We are issuing orders withdrawing all security & any govt facilities provided to separatist leaders-Mirwaiz Umar Farooq, Abdul Ghani Bhat, Bilal Lone, Hashim Qureshi & Shabir Shah. All security & any vehicles provided to them will stand withdrawn by today evening.
— ANI (@ANI) February 17, 2019
रिपोर्ट्स की मानें तो पुलिस अब इस बात की समीक्षा करेगी कि क्या इन पांच अलगाववादी नेताओं के अलावा किसी दूसरे अलगाववादी नेता को सरकारी सुरक्षा मिली है. अगर ऐसा हुआ है तो उस नेता से भी सुरक्षा और सरकारी सुविधाएं वापस ली जाएगी.
बता दें कि गुरुवार 14 फरवरी को जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में जैश ए मोहम्मद के आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले परआत्मघाती हमला किया था.
इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए हैं. शनिवार को इन शहीद जवानों के पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचाए गए. पूरे राष्ट्रीय सम्मान के साथ इन जवानों को अंतिम विदाई दी गई.
इस हमले के बाद से ही अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस लेने की मांग उठी रही थी. भारत सरकार इन अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा पर हर साल करोड़ों रुपये खर्च करती है.
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा था कि इन नेताओं की सुरक्षा वापस ली जाएगी. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में कुछ तत्वों का आईएसआई और आतंकी संगठनों से नाता है, इनकी सुरक्षा की समीक्षा होनी चाहिए.