Ayodhya Verdict: सालों बाद आखिरकार अयोध्या-बाबरी मस्जिद पर फैसला आया, देश के प्रधानमंत्री ने कल ही देश की जनता को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करने को कहा था, आज निर्णय के बाद पुनः मोदी ने देश में शांति और एकता को बरकरार रखने को कहा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सोशल मीडिया पर कहा कि इस फैसले को किसी की हार-जीत न समझें, देश के हित, एकता, तरक्की को ध्यान में रखा जाए. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ के कमाल फारुकी, फैसले से बुरी तरह खफा आए, उन्होंने ने 5 एकड़ जमीन को दान बताया और इंसाफ पर सवाल खड़े किए.
देश भर से तमाम जिम्मेदार और बड़े नेताओं का रेस्पोंस आ चुका है, अधिकतर ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान किया है, अरविंद केजरीवाल, कुमार विश्वास, नरेंद्र मोदी, फरहान अख्तर सहित कई लोगों ने ट्विट कर देश को जनता को देशहित में सोचने के लिए कहा है.
फैसले पर एक नजर
देश की सर्वोच्च न्यायपालिका ने 23 साल से लटके केस पर अपना फैसला सुना दिया है, यूं तो हर बड़े फैसले के बाद नकारत्मक रेस्पोंस आना लाजमी है. बहरहाल आपको सुप्रीम कोर्ट का फैसला बताते है, यह विवादित जमीन रामलला पक्ष को दी गयी है, जबकि मुस्लिम पक्ष को दूसरी जगह मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन दी गयी है.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बड़े-बड़े राजनेताओं ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर फैसले के बारे में पोस्ट किया है, देश की जनता को फैसले के सम्मान के लिए कहा है.
यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में जन सामान्य के विश्वास को और मजबूत करेगा।
हमारे देश की हजारों साल पुरानी भाईचारे की भावना के अनुरूप हम 130 करोड़ भारतीयों को शांति और संयम का परिचय देना है।
भारत के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2019
सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कई वजहों से महत्वपूर्ण है:
यह बताता है कि किसी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन कितना अहम है।
हर पक्ष को अपनी-अपनी दलील रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया गया।
न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2019
देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2019
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, शिवराज चौहान, उमा भारती सहित तमाम लोगों ने ट्विटर पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है:
मुझे पूर्ण विश्वास है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिया गया यह ऐतिहासिक निर्णय अपने आप में एक मील का पत्थर साबित होगा। यह निर्णय भारत की एकता, अखंडता और महान संस्कृति को और बल प्रदान करेगा।
— Amit Shah (@AmitShah) November 9, 2019
माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का हम सभी सम्मान करें, आदर करें और स्वागत करें। किसी की हार नहीं हुई है। हमारे देश ने सदैव दुनिया को शांति का संदेश दिया है। मैं सभी देश और प्रदेशवासियों से अपील करता हूँ कि आपस में एकता, प्रेम, सद्भाव और भाईचारा बनाए रखें। #AYODHYAVERDICT pic.twitter.com/Cuk7IE45Mf
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 9, 2019
सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद SC की बेंच के पाँचों जजों ने एकमत से आज अपना निर्णय दिया। हम SC के फ़ैसले का स्वागत करते हैं। कई दशकों के विवाद पर आज SC ने निर्णय दिया। वर्षों पुराना विवाद आज ख़त्म हुआ। मेरी सभी लोगों से अपील है कि शांति एवं सौहार्द बनाए रखें
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 9, 2019