Asaduddin Owaisi before Ram Mandir Bhumi Pujan: 500 सालों का इतिहास बदलने जा रहा है, अयोध्या में आज राम मंदिर का शिलान्यास होने जा रहा है. देश के प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में पहुंचने वाले हैं. लेकिन AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी इसे असवैंधानिक करार दे चुके हैं.
असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) का मानना है 1992 में एक अपराधी भीड़ ने बाबरी मस्जिद को गिरा दिया था जबकि 400 सालों से यह खड़ी थी. उन्होंने बाबरी मस्जिद की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा ‘बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी इंशाअल्लाह, बाबरी जिंदा है’.
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen) के प्रमुख असदुद्दीन, राम मंदिर से बेहद खफा नजर आ रहे हैं, वहीं विपक्ष का आरोप है कि उनके पास से राजनीति करने को एक बहुत बड़ा मुद्दा कम हो गया है, यही वजह है कि वह राम मंदिर के पक्ष में नहीं हैं.
#BabriMasjid thi, hai aur rahegi inshallah #BabriZindaHai pic.twitter.com/RIhWyUjcYT
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 5, 2020
प्रियंका गांधी वाड्रा (Piyanka Gandhi Vadra) ने भी जब राम मंदिर के पक्ष में भूमि पूजन से पहले ट्वीट कर अपना स्टेटमेंट जारी किया तो असदुद्दीन ओवैसी ने इसे साम्प्रदायिकता के खिलाफ बताया.
नवंबर 2019 में फैसला आने के बाद से ही ओवैसी लगातार कुछ न कुछ राम मंदिर के विरोध में बोल रहे हैं, सुन्नी वक्फ बोर्ड को मिली 5 एकड़ भूमि को भी उन्होंने खैरात बताया था. बाबरी मस्जिद का विनाश का जिम्मेदार वह कांग्रेस को ठहरा चुके हैं, उनके पुराने स्टेटमेंट में कहा गया था कि वह राजीव गांधी ही थे जिन्होंने बाबरी मस्जिद का दरवाजा खोला जबकि तत्कालीन पीएम नरसिम्हा राव यह सब देखते रहे.
इस पुराने इतिहास के मुताबिक अयोध्या में 1528 में मुगल सम्राट बाबर ने मस्जिद की नींव रखी आज 492 वर्षों के बाद यहां 67 एकड़ भूमि में राम मंदिर बनने जा रहा है.