कांग्रेस ने एक बार फिर कोयला घोटाले को लेकर मोदी सरकार और अदानी समूह के खिलाफ निशाना साधना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने अदानी समूह के खिलाफ कथित कोयला घोटाले की जाँच को निष्पक्ष तरीके से कराने की मांग की है। कांग्रेस का कहना है कि इस मामले की पूरी जांच SIT को सौंपी जाए ताकि वो जल्द इस मामले में कार्यवाही कर जाँच को अंजाम तक पहुंचा सके। वहीं अदानी समूह ने इस मामले को लेकर अपनी आवाज़ उठानी शुरू कर दी है। पिछले दिनों अदानी समूह ने भी राजस्व आसूचना निदेशालय द्वारा सभी लेटर्स रोगेटरी को रद्द कराने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाज़ा खटकटाया था।
कांग्रेस सरकार ने कोयला घोटाले के मुद्दे पर अदानी समूह को ही नहीं घेरा, बल्कि उन्होंने अपने निशाने पर मोदी सरकार को भी लिया। कांग्रेस ने इस मामले पर सीधा प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी इस मामले में कोई कार्यवाही करना ही नहीं चाहते क्योंकि गौतम अदानी के इसमें शामिल होने के कारण वो चुप है।
हालांकि अभी तक इस मामले पर पीएम मोदी और अदानी समूह दोनों ने ही कुछ भी नहीं कहा है। लेकिन अदानी समूह इस घोटाले को लेकर खुद को गलत साबित करने के लिए हर प्रयास कर रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जेठली हर मसले पर ब्लॉग लिखते है लेकिन इस मामले पर वो चुप है। उन्हें इस पर भी ब्लॉग लिखना चाहिए लेकिन लगता है इस मामले पर कुछ भी लिखने के लिए उनके पास शक्ति नहीं है।
गौरतलब है कि अदानी समूह पर आरोप है कि उनकी कंपनी ने विदेशों में पैसों की हेराफेरी करने और उच्च बिजली शुल्क मुआवजा पाने के लिए इंडोनेशिया से आयायित कोयले का दाम अचानक बढ़ा दिया था। बता दें कि अदानी ने बॉम्बे की उच्च न्यायालय से पहले इस मामले को लेकर सिंगापुर की अदालत का भी रुख किया था।
