इमरान हाशमी की फिल्म चीट इंडिया 18 जनवरी को रिलीज़ होने जा रही है. फिल्म रिलीज़ से आठ दिनों पहले सेंसर बोर्ड ने इसके टाइटल पर आपत्ति जताई है. फिल्म का टाइटल बदलकर वाय चीट इंडिया कर दिया गया है.
CBFC (सेंट्रल फिल्म सर्टिफिकेशन बोर्ड) ने इमरान हाश्मी की फिल्म चीट इंडिया पर आपत्ति जताई है. सेंसर बोर्ड फिल्म के टाइटल के नाखुश है. फिल्म को सर्टिफिकेट देने से पहले सेंसर बोर्ड ने इसका टाइटल बदलने का सुझाव दिया है, जिसे फिल्ममेकर्स ने स्वीकार कर लिया. 18 जनवरी को रिलीज होने जा रही इस फिल्म का टाइटल ‘वाय चीट इंडिया’ कर दिया गया है.
रिलीज़ से 8 दिन पहले सेंसर बोर्ड ने फिल्म के टाइटल पर आपत्ति जताई. ख़बरों के मुताबिक़ सेंसर बोर्ड की एक्ज़ामिनिंग कमेटी ने फिल्म को पिछले गुरुवार को देखा था. सेंसर के मेम्बर्स को लगा कि फिल्म के कंटेंट के हिसाब से टाइटल ठीक नहीं है. कमेटी के ज्यादातर मेम्बर्स को फिल्म का टाइटल मिसलीडिंग लगा.
पहले फिल्ममेकर्स ने सेंसर की बात नहीं मानी. फिल्म के प्रोडूसर्स ने दलील दी कि टाइटल पिछले दो साल से पब्लिक की नजरों में है. फिल्म के ट्रेलर और प्रोमोज़ में भी काफी समय से इसे चलाया जा रहा है. ऐसे में टाइटल बदलने से फिल्म की कमाई पर असर पड़ सकता है. सेंसर बोर्ड ने प्रोडूसर्स की दलील नहीं मानी और टाइटल बदलने के फैसले पर अडिग रहा.
हालांकि, फिल्म की रिलीज डेट को नजदीक देखते हुए प्रोडूसर्स ने विवाद को आगे न बढ़ाते हुए सेंसर बोर्ड की बात मान ली. इस तरह फिल्म का टाइटल ‘चीट इंडिया’ से बदलकर ‘वाय चीट इंडिया’ हो गया है. फिल्म का टाइटल बदलने के साथ-साथ इसकी टैगलाइन ‘नक़ल में ही अकाल है’ को भी हटा दिया गया है.
सेंसर ने इस फिल्म में एक कट लगाते हुए इसे U/A सर्टीफिकेट के साथ क्लियर कर दिया है. फिल्म के एक सीन में ड्रग इस्तेमाल के शॉट को ब्लर करने के लिए कहा गया है.
इमरान हाश्मी की फिल्म वाय चीट इंडिया देश की शिक्षा प्रणाली की पोल खोलती है. फिल्म में एजुकेशन सिस्टम में स्कैम्स को दिखाया गया है. इस फिल्म से श्रेया धनवंतरी अपना बॉलीवुड डेब्यू करने वाली हैं. फिल्म का निर्देशन सौमिक सेन ने किया है.